काव्य रचना
कपिल रावत
द्वारा
🌷दाज्यू कौस् जमान ऐगो,🌷
हर नानौक हाथम् मुबाइल हैगो।।
"स्कूल हैं आओ"
आपण दगड़ियो कैं धात लगूंणक् जमान खतम हैगो।।
किलै कि हर नानक् हाथम् मुबाइल हैगो।।
धातक जागम मिस कौल,
बातै जागम् चैटिंग हैगोे।।
दुकानै जागम् आनलाईन, रूपैनुक जागम् ATM हैगो।।
पडोसियों दगड़ सल्ला नि भै, फेसबुक में अमेरिका बटि पाकिस्तान तलै दगड़ हैगो।।
पहाड़ आज पहाड़ नि रै दादी,
शहरक् फैशन गं-गं ऐगो।
मडुवै र् वट्क् जमान न्है,
सबुक ध्यान चाउमिन में ऐगो।।
पढ़ाई जागम फेसबुक,
मित्रामि जागम् वटसैप हैगो।
पुस्तैनी कुड़ि खनारि करि, जमीन जायदादिक् फिटकार
ल्हि बेर हर आदिम भैर न्है गो|
दादी-गॉव बचाओ, घर ऐजाओ।
आपुण ईष्ट आपुण थाथ चै जाओ|......✍
🌻🌻🌻🌻
😒😅😅😅